A journey into deep realization is paved by the Guru. Varchassri Dinesh Kumar Ji's presence is the moment of dissolution, marking the indelible beginning of a completely new life path.
गहन अनुभूति की यात्रा गुरु द्वारा प्रशस्त होती है। वर्चसश्री दिनेश कुमार जी की उपस्थिति अहंकार के विघटन का क्षण है, जो एक बिल्कुल नए जीवन पथ के अमिट आरंभ को चिह्नित करता है।
प्राचीनभारतीय मनीषा के क्षेत्र में,गुरु को एक परिवर्तनकारीशक्ति के रूप मेंसम्मानित किया जाता हैजो किसी के जीवनको रूपांतरित कर देता है।ब्रह्मर्षियों के अनुसार, गुरुमृत्यु के सार काप्रतीक है - अहंकार औरपुराने स्व के विघटनका एक रूप। आध्यात्मिकविकास, हालांकि एक गहरी व्यक्तिगतअनुभूति की यात्रा है,लेकिन बिना गुरु केमार्गदर्शन के यह दुर्गमबनी रहती है। गहनव्यक्तिगत अनुभव और समझ केद्वार को उनके ज्ञानऔर मार्गदर्शन के बिना नहींखोला जा सकता है।
लेकिनकोई ऐसा गुरु कैसेपा सकता है? विरोधाभासइस तथ्य में निहितहै कि गुरु कीतलाश नहीं की जासकती है; वेएक शिष्यके जीवन में प्रकटहोते हैं। एक सच्चाशिष्य वह होता हैजो अपने आसक्ति, पूर्वाग्रहोंऔर पूर्वधारणाओं को छोड़ देताहै, जिससे गुरु के प्रभावके लिए जगह बनतीहै।
मेरीअपनी यात्रा मेरे पूज्य गुरु,वर्चसश्री दिनेश कुमार जी की उपस्थितिसे संभव हुई, जिनकाआगमन बिजली की कौंध सेकम नहीं था ।अचानक सब कुछ बदलगया। एक नई राहबिल्कुल अंजान।
उस पल में, मेरे जीवन की दिशा हमेशा के लिए बदल गई। हालाँकि उसके बाद की घटनाएँ अवर्णनीय हैं, लेकिन वे मेरी यादों में अंकित हैं और उनका प्रभाव स्पष्ट है। जीवन पल-पल आगे बढ़ रहा है, हर पल मेरे गुरु की उपस्थिति का अमिट हस्ताक्षर लिए हुए। उनका मार्गदर्शन मेरी यात्रा को आकार देता रहता है, जो सच्चे मार्गदर्शन की परिवर्तनकारी शक्ति का प्रमाण है।